nazakat shayari | नजाकत शायरी
दिल के रिश्तों कि नज़ाकत वो क्या जाने ‘फ़राज’
नर्म लफ़्ज़ों से भी लग जाती हैं चोटें अक्सर !
ये हुस्न ये अदा ये नज़ाकत ये बांकपन
सब खूबियां है तुझमें एक वफ़ा के सिवा
नज़ाकत ले के आँखों में वो उसका देखना .. तौबा
ईलाही हम इन्हें देखें – के उनका देखना देखें
ये सलीका ये नज़ाकत,ये सज़दा और ये इबादत,
काफ़िर,लगता है तुझे किसी फ़रिश्ते ने छू लिया है
उस नज़ाकत का बुरा हो वो भले हैं तो क्या
हाथ आवें तो उन्हें हाथ लगाए न बने
उसकी हर एक अदाएँ मुझे घायल करती हैं ।
समझ नही आ रहा इसे उसकी नज़ाकत कहूँ या फिर क़यामत।।
कुछ ठोकरों के बाद नज़ाकत आ गई मुझ में …..!
मैं अब दिल के मशवरों पर भरोसा नहीं करता …!
नाज़ है गुल को, नज़ाकत पे चमन में ऐ ‘जौक ‘,
उसने देखे ही नहीं नाज़ो -नज़ाकत वाले….!!
उठा के फूलों की पत्ती नज़ाकत से मसल दी
इशारों में कह दिया हम दिल का ये हाल करते है
ज़िन्दगी भी मुझसे बे-अदबी से पेश आने लगी है,
इसको भी वक़्त की नज़ाकत का एहसास हो चला.
रिश्तों में नज़ाकत हो
हर दिल में शराफ़त हो,
इंसान के अंदर का
इंसान बस सलामत हो
अल्लाह-रे उस गुल की कलाई की नज़ाकत
बलखा गई जब बोझ पड़ा रंग-ए-हिना का
नज़ाकत कोसती है मुझ को क्या क्या
तबीअत आई अच्छी नाज़नीं पर
सँभल सँभल के तो चलता है वो सितारा भी
तुम्हारी जैसी नज़ाकत से कम निकलता है
उठा के फूलों की पत्ती नज़ाकत से मसल दी
इशारों में कह दिया हम दिल का ये हाल करते है
ये लताफ़त, ये नज़ाकत, ये हया, ये शोख़ी
सौ दिए जलते हैं उमड़ी हुई ज़ुल्मत के ख़िलाफ़
ये सलीका ये नज़ाकत,ये सज़दा और ये इबादत,
काफ़िर,लगता है तुझे किसी फ़रिश्ते ने छू लिया है
मुझे वो रखता है मसरूफ़ किस नज़ाकत से
कि ग़म से रिश्ता मेरा दूसरा निकल आया
रह गया आँख में नज़ाकत से
दिल में नक़्शा तेरा उतर न सका
उस नज़ाकत का बुरा हो वो भले हैं तो क्या
हाथ आवें तो उन्हें हाथ लगाए न बने
फिर तो ब-सद-मसर्रत और सौ नज़ाकतों से
नाज़ुक बदन पे अपने पोशाक वो खपाई
Heart Touching Love Shayari in Hindi
मैंने आग़ोश-ए-तसव्वुर में भी खेंचा तो कहा
पिस गई पिस गई बेदर्द नज़ाकत मेरी
ख़ुद नज़ाकत पे न क्यूँ बोझ हो पर्दा तेरा
क्या किसी आँख ने देखा नहीं जल्वा तेरा
पसीना आ गया उन को किया वा'दा जो आने का
बुरी है नाज़ बरादारी नज़ाकत आ ही जाती है
इक तुम्हारी ही नज़ाकत है जो है तुम पे गिराँ
वर्ना हर फूल में नाज़ुक-बदनी होती है
नुमाइश में तेरी नज़ाकत है पिन्हाँ
निगाहों को नाहक़ तिरी जुस्तुजू है
Romantic Shayari for Love in Hindi
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